वह इतना ही काफी है।

फिर मैं भी ज़ोर लगाता हूँ।


‘ही’, ‘भी’ वाक्य में किसी बात पर ज़ोर देने का काम कर रहे हैं। ऐसे शब्दों को निपात कहते हैं। कहानी में से पाँच ऐसे वाक्य छाँटिए जिनमें निपात का प्रयोग हुआ हो।

निपात युक्त पाँच वाक्य-

ही’ निपात-


(1) एक ही विजय ने उसे संसार की सभ्य जातियों में गण्य बना दिया।


(2) अवश्य ही उनमें कोई ऐसी गुप्त शक्ति थी, जिससे जीवों में श्रेष्ठता का दावा करने वाला मनुष्य वंचित था।


(3) अहत-सम्मान की व्यथा तो थी ही, उस पर मिला सुखा भूसा।


(4) हाँ, साँड ही है।


(5) अभी दो ही चार ग्रास खाए थे कि दो आदमी लाठियाँ लिए दौड़ पड़े और दोनों मित्रें को घेर लिया।


भी’ निपात-


(1) अगर वे भी ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख जाते तो शायद सभ्य कहलाने लगते।


(2) एक मूँह हटा लेता, तो दूसरा भी हटा लेता।


(3) झूरी इन्हें फूल की छड़ी से भी न छूता था।


(4) मुझे मारेगा, तो मैं भी एक-दो को गिरा दूँगा।


(5) यहाँ भी किसी सज्जन का वास है।


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